Sunday, April 14, 2024

नया रास्ता

                                                   

 नया रास्ता

अंक 1

सारांश: 


१. नीलिमा और मीनू घनिष्ठ मित्र है |

२. नीलिमा दर्पण में अपना चेहरा निहारती है |

३. मीनू अपने कोमल हाथों से उसकी आँखें मुँद लेती है|

४ आज मीनू बहुत प्रसन्न है, क्योंकि मेरठ वालों को उसका फ़ोटो पसंद आ गया है |

५. मीनू और नीलिमा दोनों का परीक्षाफल निकला है |

६. मीनू प्रथम श्रेणी में पास हुई और नीलिमा द्वितीय श्रेणी में |

७ माँ ने दोनों का मुँह मीठा कराया |


शब्दार्थ:

1. दर्पण - शीशा

2. विस्मित- आश्चर्य

3. ओझल-- गायब

अंक 2

सारांश: 


1. दयाराम के घर मेहमानों के स्वागत के लिए तैयारियाँ प्रारंभ हो गई |

2. घर में विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाए गए |

3. अनेक प्रकार की मिठाइयाँ बाजार से मँगाई गई |

4. मीनू को देखने अमित, पिता मायाराम जी, माताजी और छोटी बहन मधू आई |

5. अमित मीनू से बात-चीत करता है |

6. अमित की इच्छा थी कि उसे ऐसी लड़की मिले जो उसके माता-पिता के साथ ठीक से रहे , उनका आदर-सत्कार

करें |

7. मीनू की बहन आशा के कमरे में प्रवेश करने पर सबकी नजरे उस सुंदर चेहरे पर जम जाती है |

8. अमित के माता-पिता आशा से प्रश्न करते हैं जिसका जवाब वह हँस -हँस कर देती है |

9. माँ इससे नाराज होती है क्योंकि उसे भय है कि लड़के वाले मीनू को छोड़ कर आशा को न पसंद कर लें |

10. उस दिन आशा मीनू की प्रशंसा करती है |


शब्दार्थ:

1. व्यंजन - पकवान

2. बचकानी - बच्चों -सी


    नया रास्ता अंक 9


सारांश: 


१.  मीनू ने वकालत  प्रथम श्रेणी में पास करने का निश्‍चय कर लिया।

२. उसने तय कर लिया कि वह अपने पाँव पर खड़ी होगी।

३. पढ़ाई में बाधा न आए इसलिए उसने सिर्फ एक दिन पहले अपनी सखी नीलिमा की शादी में जाने का निश्‍चय 

    किया।

४. नीलिमा को भेंट देने के लिए उसने एक सुंदर दीवार घड़ी खरीदी।

५. मीरापुर स्टेशन पर उसे नीलिमा का भाई अशोक मिलता है, उसके आग्रह पर वह उसके कार में बैठकर घर 

     पहुँचती है।

६. मीनू को देखते ही नीलिमा उसे गले लगा लेती है।

७. नीलिमा, मीनू को अपनी शादी का सारा सामान तथा अपने होने वाले पति का फोटो दिखाती है।

८. उस दिन वे दोनों एक ही थाली में खाना खाती हैं।

९. मीनू अशोक के साथ अपने घर वापस लौटती है।

१०. दूसरे दिन मीनू हरे रंग का सलवार-सूट पहनकर नीलिमा के घर जाती है।

११. बारात आने की सूचना से नीलिमा के हृदय की धड़कन तीव्र हो जाती है।

१२. मीनू भी घर आकर गुलाबी रंग की साड़ी पहनती है , जिसमें वह सुंदर लगती है।

१३. नीलिमा लाल रंग की साड़ी में अप्सरा लग रही थी।

१४. मीनू के गीत की मधुर आवाज़ ने सबका मन मोह लिया।

१५. बारात में अमित भी आता है। वह उसके गीत की बहुत प्रशंसा करता है।

१६. अमित को देखकर मीनू बिना खाना खाए ही वहाँ से वापस अपने घर लौट आती है।

१७. नीलिमा की निगाहें मीनू की तलाश कर रही थी।

१८. दूसरे दिन मीनू जब नीलिमा के घर पहुँचती है तो उस समय उसकी विदाई होने जा रही थी।

१९. विदाई के बाद मीनू अपने घर आकर मेरठ जाने के लिए तैयार हो जाती है।



शब्दार्थ:

१. आग्रहपूर्वक- हठपूर्वक

२. निश्छल- छल रहित

३.सलोना- सुंदर

४. अप्सरा- देवांगना, नृत्यांगना

५. अकुलाना- परेशान होना



पंक्‍तियों पर आधारित प्रश्‍नोत्‍तर:


१. इसके उपरांत मीनू ने एक गीत प्रस्तुत किया। उसकी मधुर आवाज़ ने सबका मन मोह लिया।

क) प्रस्तुत पंक्‍तियाँ किस अंक से अवतरित है ? 

-प्रस्तुत पंक्‍तियाँ अंक नौ से अवतरित है।

ख) इसके उपरांत से क्या तात्पर्य है ? गीत प्रस्तुत करने का क्या प्रयोजन था ?

- इसके उपरांत से तात्पर्य जयमाला के कार्यक्रम से है। मीनू की सहेली का विवाह था इसलिए मीनू ने खुशी के साथ गीत प्रस्तुत किया। 

ग) मीनू के मधुर गीत सुनकर सबकी क्या प्रतिक्रिया हुई ? उसके मधुर गीत की प्रशंसा विशेष रूप से किसने की ?

- मीनू के मधुर गीत सुनकर सब बहुत खुश हुए। सब ताली बजाकर उसकी प्रशंसा करने लागे।       

 उसके मधुर गीत की प्रशंसा विशेष रूप से अमित ने की।

घ) अपनी विशेष प्रशंसा सुनने के बाद मीनू की क्या प्रतिक्रिया हुई ?

-अपनी विशेष प्रशंसा सुनने के बाद मीनू का हृदय पीड़ा से अकुला उठा। उसके हृदय में अमित के प्रति द्‍वेष-भावना उत्पन्‍न हुई। मीनू ने अमीत और उसके परिवारवालों को अमानवीय माना , जिन्होंने पैसे के लिए उसका दिल तोड़ा था। उसे लगा उनलोगों ने पैसे के लिए उसकी भावनाओं को ठेस पहुँचाई है।



नया रास्ता अंक 10


सारांश: 

१. कॉलेज में वार्षिकोत्सव की तैयारियाँ चल रही थी।

२. लड़कियों के विशेष आग्रह पर मीनू कत्थक नृत्य करने के लिए तैयार होती है।

३. जब मीनू दसवीं कक्षा में थी तब भी उसने स्कूल के वार्षिकोत्सव पर कत्थक नृत्य पेश किया था। उस समय 

    मुख्य अतिथि ने भी उसकी प्रशंसाकी थी।

४. चार दिन तक मीनू कॉलेज में ही कत्थक नृत्य का अभ्यास करती रही।

५. पिताजी की बीमारी का टेलीग्राम मीनू के पास आता है, जिससे वह घबरा जाती है।

६. अधिक रात के कारण वह दूसरे दिन अपने घर मीरापुर के लिए निकलती है।


शब्दार्थ:

१. ध्येय- उद्‌देश्य

२.मुखरित- प्रकट

३. उल्‌लास- हर्ष

४.उत्‍तेजित- भावुक


पंक्‍तियों पर आधारित प्रश्‍नोत्‍तर:


१. एक बार उसने बातों-बातों में माया के सामने कहा था कि उसने कत्थक-नृत्य सीखा है।

क) ’उसने’ कौन है ? माया से उसका क्या संबंध है ?

-   ’उसने’ मीनू  है। माया उसके होस्टल की सहेली है।

ख) माया ने सहेलियों के बीच क्या प्रस्ताव रखा ?

 -माया ने सहेलियों के बीच यह प्रस्ताव रखा कि मीनू का कत्थक नृत्‍य वार्षिकोत्सव में कराया जाए।

ग) उसने कत्थक नृत्य कब और कहाँ सीखा था ? क्या उसने प्रस्ताव स्वीकार किया ?

- उसने कत्थक नृत्य बचपन में अपने कस्बे मीरापुर में सीखा था। हाँ उसने प्रस्ताव स्वीकार कर लिया। जब सब लड़कियों ने उसे घेर लिया तब वह इंकार नहीं कर सकी।

घ) मीनू जब कक्षा दस में पढ़ती थी तब उसके लिए कौन-सा दिन भरपूर खुशियाँ लेकर आया था ?

- मीनू जब कक्षा दस में पढ़ती थी तब उसकी अध्यापिका ने उसे वार्षिकोत्सव में कत्थक नृत्य पेश करने के लिए कहा था। उसने पूरे परिश्रम के साथ नृत्य का अभ्यास किया। वार्षिकोत्सव में नृत्य करते समय उसके पैरों की ताल व हाथों की थिरकन देखने योग्य थी। नृत्य समाप्त होने पर पूरा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूँज उठा था। सब उसकी प्रशंसा कर रहे थे। मुख्य अतिथि ने उसे पुरस्कार देते समय उसकी प्रश्म्सा की थी। उसकी अध्यापिका ने भी मुख्य अतिथि से कहा था कि यह लड़की प्रत्येक कार्य में कुशल है। यह दिन मीनू के लिए भरपूर खुशियाँ लेकर आया था ।



नया रास्ता अंक 11


सारांश: 

१. दिल का दौरा पड़ने के कारण मीनू के पिता की हालत नाजुक थी।

२. मीनू भी पिता से मिलने घर आती है।

३. डॉक्टर ने पूर्ण विश्राम की सलाह दी थी।

४.  मीनू की बुआ जी व फूफा जी बीमारी की ख़बर सुनकर मिलने आते हैं।

५. बुआ जी दिल्ली वापस जाते समय अपने भैया से मीनू और आशा की शादी कर देने की सलाह देती हैं।

६. पिता जी द्‌वारा मीनू से शादी कर लेने के आग्रह पर मीनू स्पष्‍ट कह देती है कि वह अपनी मंज़िल को पाना 

    चाहती है। आशा के लिए वे रिश्ता देख सकते हैं।

७. पिता की तबीयत सुधरने पर मीनू हॉस्टल के लिए रवाना होती है।


शब्दार्थ:

१.विचलित- बेचैन

२. प्रस्ताव- सुझाव

३.कदापि नहीं- कभी भी नहीं


नया रास्ता अंक 12



सारांश: 

१. मायाराम जी के घर शादी की तैयारियाँ धूमधाम से चल रही थी।

२. शादी के बाद प्रीतिभोज दावत देने की बात तय हुई।

३. मायाराम जी की पत्‌नी थोड़ाअधिक ज़ेवर और साड़ियाँ चढ़ाना चाहती थी क्योंकि लड़की बड़े घर की है।

४. धनीमल जी मायाराम जी से पूछते हैं कि पाँच लाख किस तरह ख्र्च किया जाए।

५. धनीमल जी कहते हैं कि वे तीन लख का फ़्लैट अपनी बेटी को देना चाहते हैं।

६. मायाराम जी को लगता है कि धनीमल जी उनसे उनके बेटे को अलग किया जा रहा है।

७. अमित को भी मायाराम जी की चाल पर क्रोध आता है।

८. अंतत: मायाराम जी अमित को अपनी ज़िन्दगी का फैसला लेने को कहते हैं।



शब्दार्थ


१. उत्‍तेजित- क्रोधित

२. अभिवादन- प्रणाम


नया रास्ता अंक 13



सारांश: 


१. परीक्षा के कारण सभी छात्राएँ पढ़ाई में व्यस्त थीं।

२. माया, मीनू के लिए बुखार की दवाई लाने जाती है क्योंकि उसे तेज़ बुखार थी।

३. बीमारी की अवस्था में मीनू को माँ की याद आती है। 

४. मीनू के सभी पेपर अच्छे गए।

५. दो महीने की छुट्टियों में माया अपने घर अलीगढ़ व मीनू अपने घर मीरापुर जा रही थी। 


शब्दार्थ


१. सुध- होश

२. सँवारना- ठीक से रखना

३. विदा-प्रस्थान।



नया रास्ता अंक 14



सारांश: 

१. मीनू परीक्षा समाप्त होते ही दो महीने की छुट्टियों में जब अपने घर पहुँचती है तो पिता को पूर्णरूप में स्वस्थ पाती है।

२. माँ उसे प्रथम श्रेणी में पास होने का आशीर्वाद दीती है।

३. पिता जी मीनू को बुआ जी द्‌वारा बताए गए रिश्ते के बारे में बताते हैंजो दिल्‍ली में इंजीनियर है और तीन हज़ार 

   रुपए महीना पा रहा है। 

४. मीनू उस इंजीनियर लड़के से अपनी बहन आशा के रिश्ते की बात करने को कहती है, जिसका माँ भी समर्थन करती है।

५. पिता आशा का रिश्ता लेकर दिल्ली जाते हैं। उन्हें इंजीनियर आलोक पसंद आ जाता है।

६. आशा को देखने आलोक, उसके माता-पिता और बड़ी भाभी आती है। उनलोगों को आशा पसंद आ जाती है और 

    रिश्ता पक्का हो जाता है।

७. लड़केवालों को यह बात बता दी गई थी कि उसकी बड़ी बहन मीनू का विवाह नहीं हुआ है , वह अभी वकालत 

    पढ़ रही है।

८. नीलिमा के भाई से मीनू को जब यह पता चलता है कि नीलिमा मेरठ से आई है ,तो वह उससे मिलन्र पहुँचती है।

९. नीलिमा से उसे पता चलता है कि उसका भाई अशोक मीनू का दीवाना है। अत: वह मीनू को अपने भैया से शादी 

    करने का प्रस्ताव रखती है।


श्ब्दार्थ:

१. निखरना- खिल उठना

२. झंकृत- गूँजना

३.उधेड़बुन- सोच-विचार


 पंक्तियों पर आधारित प्रश्नोत्‍तर:

१. 



अंक 15



सारांश: 

१. मीनू प्रथम श्रेणी में परीक्षा उत्तीर्ण कर बहुत प्रसन्‍न थी। वह अपनी मंज़िल की ओर एक कदम आगे बढ़ गई थी। 

२.  दो महीने तक वह अपनी बहन आशा कीप शादी की तैयारियों में व्यस्त रही।

३. दो महीने बाद छुट्टियाँ समाप्त होने पर वह मेरठ कॉलेज पहुँचती है। 

४. माँ द्‌वारा दिए गए रुपयों से वह आशा के लिए चार साड़ियाँ मेरठ से खरीदीं। 

५. चप्पल खरीदते समय उसकी मुलाकात अमित से होती हैं।

६. अमित को देखकर उसका हृदय घृणा से भर जाता है।

७.होस्टल पहुँचने पर सभी सहेलियाँ हाथ में साड़ी के डिब्बे देखकर उसे छेड़ती है।

८. मीनू अपनी सहेलियों को बताती है कि एक महीने बाद उसकी छोटी बहन आशा की शादी है।


शब्दार्थ :

१. मोह- लगाव

२. नियमित-नियम से, नियमबद्‌ध


 पंक्तियों पर आधारित प्रश्नोत्‍तर:

१. अमित को अपनी ओर आता देखकर तथा एकटक लगातार देखते हुए पाकर मीनू माया से बोली, “ चलो माया, 

    यहाँ चप्पलें कुछ पसंद नहीं आ रहीं हैं।”

क) प्रस्तुत पंक्तियाँ किस अंक से अवतरित है तथा इसके रचनाकार कौन है ?

  • प्रस्तुत पंक्तियाँ अंक पंद्रह से अवतरित है तथा इसके रचनाकार सुषमा अग्रवाल जी है।

ख - मीनू और माया का आपस में क्या रिश्ता है ? वे दोनों इस समय कहाँ पर है ?

-मीनू और माया का आपस में मित्रता का रिश्ता है। वे दोनों इस समय मेरठ के बाज़ार में चप्पल की दुकान पर है।

ग) अमित कौन है ? वह वहाँ क्या कर रहा था ? मीनू की ओर आने का उसका क्या कारण था ?

  • अमित मायाराम जी का पुत्र है। 

वह वहाँ अपनी बहन के साथ चप्पल खरीदने आया था।

अमित मीनू की ओर आ  रहा था, इसका कारण यह है कि वह मीनू को पहचानता था। उसके साथ उसका रिश्ता होने वाला था। लेकिन उसके माता-पिता के कारण यह रिश्ता तय नहीं हो पाया क्योंकि उसके माता-पिता को धन चाहिए था। अत: अमित अपने मन की बात मीनू को बतलाकर अपनी बेचैनी कम करना चाहता था।

घ) अमित को अपनी ओर आता देखकर मीनू की क्या प्रतिक्रिया हुई ?

-अमित को अपनी ओर आता देखकर मीनू अपनी सहेली माया को वहाँ से चलने के लिए कहती है।

अमित के प्रति उसका मन घृणा से भर जाता है। उसे लगता है कि अमित भी दहेज लोभी इंसान है, जिसने दहेज के कारण रिश्ता तोड़ दिया था और उसे तथा उसके परिवारवालों को चोट पहुँचाया था।


 


अंक 16

सारांश: 

१. आशा की शादी के दो दिन पहले मीनू मेरठ से आकर माँ के साथ मिलकर शादी के कामों में हाथ बँटाती है।

२. दयाराम जी अपनी बहन जो शादी से दो दिन पहले आ गईं है उससे कहते हैं कि वह मीनू से उसकी शादी के विषय में कुछ न कहे।

३. मीनू की बुआ इस बात से नाराज होती है कि छोटी बहन की शादी पहले हो रही है।

४. एक रस्म के अनुसार शादी-शुदा बड़ी बहन को आरती उतारनी पड़ती है। जब उस रस्म का समय आया तो बुआ जी के पूछने पर कि कौन यह रस्म करेगा ? माँ ने कहा कि मीनू ही यह रस्म करेगी।

५. मीनू ने जैसे ही रस्म शुरु किया सभी महिलाएँ उसे कटाक्षपूर्ण दृष्‍टि से उसे देखने लगे, जिससे वह बहुत आहत हुई।

६. मीनू ने रस्म ख्त्म होने के बाद अपने कमरे में आकर रोने लगती है।

७. विवाह में आईं महिलाएँ मीनू की शादी को लेकर बातें बनाते हैं। मीनू सब सुनकर भी स्वयं को नियंत्रण में रखती है।

८. विदाई के समय सभी रोते हैं। मीनू माँ को सांत्वना देती है कि अभी आपकी एक ही बेटी बिदा हुई है,मैं

                आपके  साथ हूँ।

            ९. विवाह के बाद अव्यवस्थित घर को व्यवस्थित करने में मीनू माँ का साथ देती है।

            १०. पढ़ाई के कारण मीनू को मेरठ के लिए रवाना होना पड़ता है।


           शब्दार्थ:

      १.  कटाक्ष - व्यंग्य

      २. संयम - नियंत्रण

      ३. संयत - नियंत्रित

      ४. सम्पन्‍न - परिपूर्ण 


अंक 17

सारांश: 

१. आशा के विवाह के बाद माँ अकेलापन महसूस करती है।

२. माँ अपने पत्रों द्‌वारा मीनू को लगन से पढ़ाई करके अपने पाँव पर खड़ी होने के लिए उत्साहवर्धन करती है।

३. नीलिमा ने पुत्र रत्‍न को जन्म दिया था। उसके नामकरण संस्कार पर नीलिमा के पति सुरेंद्र मीनू को आमंत्रित 

    करते हैं।

४. नामकरण संस्कार वाले दिन मीनू कॉलेज से छुट्टी लेकर बच्चे के लिए उपहार लेकर नीलिमा के घर जाती है, जहाँ 

    उसकी मुलाकत अमित से होती है। 

५. नीलिमा से मीनू को पता चलता है कि अमित का रिश्ता टूट गया था। वैसे भी अमित उस लड़की से विवाह नहीं 

    करना चाहता था। उसे यह भी पता चलता है कि अमित मीरापुर की किसी लड़की से विवाह करना चाहता था।

६. नीलिमा से अमित को पता चलता है कि मीनू ने भी अब तक शादी नहीं की है। अमित आत्मग्लानि के भाव से भर 

    जाता है।

शब्दार्थ:

१. श्रद्‌धा- आदर या सम्मान क भाव

२. नामकरण - नाम रखने का संस्कार या रस्म

३. घनिष्ठ- अंतरंग

अंक 18

सारांश: 

१. मीनू ने दूसरे वर्ष की वकालत की परीक्षा भी प्रथम श्रेणी से पास की।

२. मीनू नीलिमा के घर जाती है, जहाँ वह नीलिमा को जवर से पीड़ित पाती है।

३. मीनू नीलिमा के पुत्र अनुप को पालने में झुलाकर सुला देती है।

४. मीनू को नीलिमा के पास छोड़कर सुरेंद्र फैक्ट्री का काम करने चले गए।

५. सुरेंद्र के वापस लौटने के बाद मीनू अकेली होस्टल चली जाती है।

 

शब्दार्थ

१.आग्रहपूर्ण- विनयपूर्ण

२. सहर्ष - खुशी के साथ

३. ज्वर- बुखार




अंक 19

सारांश: 

१. अमित का रिश्ता टूटने से मायाराम जी के घर में उदासी का माहौल है।

२. इस बीच अमित की माँ के भतीजे दीपक की शादी का कार्ड आता है, जिससे माँ खुश होती है।

३. मधु की परीक्षा के कारण माँ का विवाह में जाना संभव नहीं हो पाएगा।

४. माँ अमित को विवाह के लिए मनाती है । वह कहती है कि दीपक उससे (अमित) दो साल छोटा है पर 

   उसका विवाह हो रहा है।

५. अंत में माँ अमित के दोस्त सुरेंद्र से इस संदर्भ में बात करने की सोचती है। 

शब्दार्थ 

१. अखरना - बुरा लगना

२.अवगत- परिचित



अंक 20

सारांश: 

१. वकालत की अंतिम वर्ष की परीक्षा मीनू ने दे दी।

२. पारीक्षा के बाद मीनू अपनी सहेली माया के साथ पिक्चर देखने जाती है। 

३. उस दिन वे दोनों होटल में ही खाना खाती हैं।

४. नीलिमा और सुरेंद्र मीनू से मिलने हॉस्टल आते हैं।

५. नीलिमा से मीनू को पता चलता है कि तीन दिन पहले अमित की कार का एक्सीडेंट हो गया , जिससे उसकी 

    हालत नाज़ुक है और वह मीनू से मिलना चाहता है।

६. अमित मेडिकल कॉलेज में भर्ती है।

७. मीनू अमित से मिलने मेडिकल कॉलेज जाती है। अमित, मीनू को अपने मन की सारी बातें बताता है और

    माफ़ी माँगता है।

८. अमित मीनू से कहता है कि उसने मीनू को जीवन संगिनी मान लिया  , इसलिए वह उसकी प्रतीक्षा अब 

    तक कर रहा है।

९. वहीं मीनू की मुलाकात अमित की माँ से होती है।   


शब्दार्थ

१. गगन -आकाश

२. विहार करना-घूमना

३. दृष्टिगोचर- दिखाई देना

४. नाज़ुक- गंभीर

५. वर्जित-मना

६. विधाता- भगवान 

पंक्तियों पर आधारित प्रश्‍नोत्‍तर


“ जैसे ही मीनू ने अपने कमरे का ताला खोलने के लिए अपने पर्स से ताली निकाली, सामने से नीलिमा व सुरेंद्र जी आते दिखाई दिए। “

क) मीनू से नीलिमा व सुरेंद्र जी का क्या संबंध था ?

  • मीनू व नीलिमा पक्की सहेली थी व सुरेंद्र जी नीलिमा के पति थे।

ख) नीलिमा व सुरेंद्र जी के यहाँ आने का मु्ख्य कारण क्या है ?

  • नीलिमा के पति सुरेंद्र जी के मित्र का ऐक्सीडेंट हो गया था। वह एक बार मीनू से मिलना चाहता था। यही संदेस देने के लिए वे मीनू के हॉस्टल गए थे।

ग) अमित का ऐक्सीडेंट कैसे हो गया था ? नीलिमा ने अमित की दशा का वर्णन किस प्रकार किया ?

  • अमित की कार का ब्रेक फेल हो गया था, जिससे कार एक पेड़े से जा टकराई।

            नीलिमा ने अमित की दशा का वर्णन करते हुए कहा किअमित की हालत बहुत नाजुक थी। उसके हाथ-पैरों की हड्‍डियाँ चकनाचूर हो गई थी। पूरे     

             शरीर में चोट लगी है। वह अभी काफी समय तक बिस्तर से नहीं उठ पाएगा।

घ) नीलिमा और सुरेंद्र के जाने के बाद मीनू के मन में कैसे विचार आते रहे ? वह रात उसने कैसे बिताई ?

  • नीलिमा और सुरेंद्र के जाने के बाद मीनू अमित के विषय में सोचने लगी। जिस अमित के लिए उसके मन में घृणा के भाव थे, उसी के लिए उसके मन में स्‍नेह उत्‍पन्‍न हो गया।

वह रात उसके लिए बैचैनी भरी थी। बैचैनी के कारण उसे रात-भर नींद नहीं आई थी। प्रात: होते ही वह अमित से मिलने चल दी।

अंक 21

सारांश: 

१. मीनू अमित के लिए परेशान है।

२. मीनू एकदिन पहले ही अपने घर मीरापुर पहुँच जाती है , जिसे देखकर सभी आश्‍चर्यचकित हो जाते हैं।

३. पिताजी मीनू से उसके विवाह की बात करते हैं। मीनू अपनी प्रैक्टिस शुरु करने के बाद विवाह करने की बात करती है।

४. माँ मीनू से उसकी उदासी का कारण पूछती है तो मीनू अमित के बारे में बताती है।

५. मीनू बताती है कि अमित नीलिमा के पति सुरेंद्र का मित्र है, उसके घर पर ही उसकी मुलाकात अमित से हुई थी। अमित की
शादी टूट गई यह बात बी वह अपनी माँ से कहती है।

६. रोहित मीनू का परीक्षाफल लेकर आता है। मीनू अपने परिश्रम पर गर्व कर्ती है।

७. मेरठ में प्रैक्टिस सुरु करने के लिए मीनू ने अपना रजिस्ट्रेशन करा लिया था।

८. माँ ने मीनू के साथ अपनी महरी की छोटी बेटी राजो को भी मेरठ भेजती है ,जिससे मीनू का मन वहाँ लगा रहे।




शब्दार्थ 

१. मस्तक - माथा

२. अबला- निर्बल

३.उज्ज्वल- प्रकासमान

४. घनिष्ठ- परम



अंक 22

सारांश:

१. मेरठ में मीनू के कमरे को व्यवस्थित करने में नीलिमा राजो और उसकी मदद करती है।

२. मीनू अमित से मिलने अस्पताल जाती है।

३.  अमित की माँ मीनू से प्यार से बात करती है।

४. राजो मीनू का बहुत ध्यान रखती है।

५. मीनू अमित के बारे में सोचती रही कि उसने मीनू के कारण इतने वर्षों तक विवाह नहीं किया तो क्या उसे एक्सीडेंट के बाद अमित से विवाह करनी चाहिए। फिर वह सोचती है कि यह एक्सीडेंट तो विवाह के बाद भी हो सकती थी। यही सोचते-सोचते उसे नींद आ जाती है।  


शब्दार्थ 

१. दुआ- प्रार्थना

२. अपाहिज- जिसका अंग-भंग हो गया हो।


अंक 23

सारांश: 

१. साधारण-सी दिखने वाली मीनू आठ महीने में वकालत पर अपनी धाक जमा ली थी।

२. मीनू से मिलने उसकी छोटी बहन आशा अपने पति व बेटे के साथ आती है।

३. आशा माँ बनने के बाद मोटी हो गई है। वह अब मीनू से भी बड़ी लग रही है।

४. आशा की गोद में बच्चे को देखकर मीनू का हृदय मातृत्व की भावना से भर जाता है।

५. मीनू से आशा को पता चलता है कि रोहित ने इंजीनियरिंग पूरी कर ली है और तीन हजार रुपए महीने पर दिल्ली में उसकी नौकरी लग गई है। 


शब्दार्थ 

१. धाक - रोब

२. अभिभूत - पुलकित

३.सन्‍नाटा- सूनापन।


अंक 24

सारांश: 

१. रोहित की नौकरी लग जाने पर अब उसके लिए रिश्ते आने लगे लेकिन दयाराम जी मीनू के विवाह के पहले रोहित की शादी करना नहीं चाहते थे।

२. दिल्ली के एक सज्जन अपनी बेटी का रिश्ता लेकर आए और दयाराम जी के मना करने पर भी अपनी बेटी का फोटो छोड़कर चले जाते हैं।

३. फोटो दयाराम और उनकी पत्‍नी दोनों को पसंद आ जाता है।

४. मायाराम जी अपने पुत्र अमित के साथ मीनू का विवाह के लिए हाथ माँगने दयाराम जी के घर आते हैं और चार वर्ष पूर्व की घटना के लिए क्षमा भी माँगते हैं।


शब्दार्थ 

१. स्तब्ध- आश्‍चर्य

२. आत्मीयता- अपनापन

३. पछतावा- पश्‍चाताप

 

अंक 25

सारांश: 

१. मीनू राजो के साथ मीरापूर जाने के लिए बस में चढ़्ती है तो उसे पड़ोस की एक महिला मिलती है, जिसे वह मौसी कहती थी।

२. मौसी के साथ एक महिला भी थी, जिससे बात करके मौसी मीनू की कटु आलोचना कर रही थी।

३. उनकी बातों को सुनकर मीनू को लगता है कि समाज लड़के-लड़कियों में कितना भेद करता है।

४.. घर पहुँच कर मीनू माँ के पूछने पर बताती है कि उसकी प्रैक्टिस अच्छी चल रही है। पिछले दो महीने में उसे तीन-चार हजार रुपए मिल गए थे ।

५. माँ मीनू को मायाराम और अमित के आने के बारे में बताती है।

६. मीनू अप्र्त्यक्ष रूप में अपनी स्वीकृति दे देती है।

७. मीनू अपने पिताजी से यह भी कहती है कि वह विवाह में फ़िजूलखर्ची पसंद नहीं करेगी।


शब्दार्थ 

१.संक्षिप्त- छोटा

२.कुँआरी- बिनब्याही

३. प्रतिध्वनि- गूँज

४. सभ्य- शिष्‍ट।


अंक 26

सारांश: 

१. मीनू के विवाह की तैयारियाँ आरंभ हो गई थी। 

२. वह अपने विवाह में हो रहे फ़िजूलखर्ची के पक्ष में नहीं थी। वह उन पैसों से गरीबों की मदद करने के पक्ष में थी।

३. मीनू की मुलाकात राजो के चचेरे भाई मनोहर से होती है, जो अपंग है।

४. वह मनोहर की मदद विवाह में हो रहे फ़िजूलखर्ची कम करके पाँच जजार रुपए द्‌वारा पान की दुकान उसके लिए खुलवाकर करना चाहती है।

५. उसके इस सोच पर माता-पिता उस पर गर्वान्वित होते हैं।

६. पत्‍नी के रूप में मीनू को पाकर अमित स्वयं को भाग्यशाली मानता है।



शब्दार्थ 

१. रौनक - शोभा

२. खुशनसीब- भाग्य्वान

३. अपशब्द- निंदा

४. विस्मित-आश्‍चर्यचकित


पंक्‍तियों पर आधारित प्रश्‍नोत्‍तर

“ मीनू बाहर चौक में बैठी मशीन से सिलाई कर रही थी। तभी उसे किसी परिचित का ’ नमस्ते दीदी ’ का स्वर सुनाई पड़ा। “

क) परिचित स्वर किसका है ? उसके वहाँ पर आने का क्या कारण है ?

- परिचित स्वर राजो के चचेरे भाई मनोहर का है। 

उसके वहाँ पर आने का कारण मीनू की शादी में उसका सहयोग करना है।

ख) परिचित को देखकर मीनू को कैसा लगा और क्यों ?

  • परिचित को देखकर मीनू चकित हो गई।

मीनू के चकित होने का कारण यह है कि वह व्यक्‍ति अपाहिज था। वह बैसाखी के सहारे चल रहा था।

ग) परिचित के साथ क्या घटना घटी थी ? मीनू ने उससे क्या पूछा ?

  • परिचित अर्थात मनोहर एक दिन जब मशीन पर काम कर रहा था तो उसका पाँव मशीन में आ गया था। पैर के साथ उसके सीधे हाथ की दो अंगुलियाँ भी कट गई थी।

            मीनू ने उससे पूछा कि वह क्या काम कर सकता है ?

घ) मीनू ने उसकी सहायता किस प्रकार करने का निश्‍चय किया ? उसकी बात सुनकर उसके माता-पिता को कैसा लगा ?

  • मीनू ने मनोहर के लिए अपने घर के पास ही पाँच हजार रुपयों से पान की दुकान खुलवाकर उसकी सहायता करने का निश्‍चय किया। इसके लिए उसने अपने विवाह की सजावट पर होने वाले खर्च को कम करने का सुझाव अपने माता-पिता को दिया।

उसकी बात सुनकर उसके माता-पिता अपनी पुत्री पर गर्व का अनुभव किए।